सेना भर्ती घोटाले पर आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का बयान आया है.उन्होंने कहा कि इस फर्जीवाड़ें की जांच CBI से कराना जरूरी हो गया था. CBI जांच से पहले एक इंटरनल जांच भी की गई थी. इस जांच में ही काफी कुछ स्पष्ट हो गया था, लेकिन हमारे पास गहराई से जांच कराने के अधिकार नहीं थे… इसलिए हमने केस CBI के हवाले कर दिया…आर्मी चीफ ने कहा कि भर्ती में कई जगह पर खामियां पाई गईं थीं, परीक्षा से पहले ही पेपर लीक कर दिए गए थे… ऑफिसर्स के सिलेक्शन की प्रक्रिया में भी फर्जीवाड़ा किया गया था…प्रक्रिया में शामिल स्टाफ और सर्विस सिलेक्शन बोर्ड के लोग भी इसमें मिले हुए थे. फर्जीवाड़े में बैंक के जरिए पैसों का लेन-देन हुआ था. कुछ कॉल रिकॉर्ड सामने आए थे, जिससे और भी लोगों के शामिल होने का पता चला।