मानसून सीजन में इंदौर में लोगों पर बीमारी कहर बनकर टूट रही है, दरअसल आर्मी की तैयारी कर रहे 100 छात्र फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए, इनमें से 70 छात्रों का मौके पर ही प्रायमरी ट्रीटमेंट किया गया, इनमें से 30 छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया ।
दररअसल इंदौर में अनाथ आश्रम में संदिग्ध फूड प्वाइजनिंग से 4 बच्चों की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था, इसी बीच ऑर्मी की तैयारी कर रहे 100 युवाओं पर बीमारी कहर बनकर टूट पड़ी और दूषित खान-पान से इनकी तबीयत बिगड़ गई, ऐसे में जिला प्रशासन अलर्ट हो चुका है, शहर के सभी छात्रावासों में खाने-पीने वाली चीजों की गुणवत्ता को लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं, 7 दिनों के भीतर इसकी रिपर्ट देने को कहा गया है।
दरअसल मामला शहर के चितावद क्षेत्र में एक ऑर्मी ट्रेनिंग सेंटर का है, जहां 5 छात्रावासों में करीब 100 छात्र बीमार पड़ गए, यह एक निजी प्रशिक्षण संस्थान हैं, जहां नौजवानों को सेना में भर्ती की ट्रेनिंग दी जाती है, डॉक्टरों ने करीब 70 बीमारों का इलाज किया है, जबकि 30 छात्रों को शासकीय महाराजा यशवंतराव अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इसके पहले श्री युगपुरुष धाम बाल आश्रम के 4 बच्चों की मौत हो गई थी, इनकी संदिग्ध खाद्य विषाक्तता के कारण तबीयत बिगड़ गई थी और संक्रमण के कारण इनकी मौत हो गई, जबकि इसी संस्थान के 48 बच्चों अस्पताल में इलाज जारी है।
दरअसल निजी प्रशिक्षण संस्थान के 5 छात्रावासों में कुल 450 छात्र रहते हैं, छात्रावासों से भोजन, राशन, पेयजल के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं, खाद्य विषाक्तता को लेकर जिलाधिकारी शहर के सभी छात्रावासों और आश्रमों में भोजन और पेयजल की गुणवत्ता की जांच का आदेश दिया है।