कोटा में गुजरती चंद्रलोई नदी में बीते 2 दिनों में 4 मृत मगरमच्छ मिले हैं, उनकी मौत से वन्यजीव कार्यकर्ताओं की टेंशन बढ़ गई है।
मामला चंद्रशेल मठ के पास रामखेड़ी गांव का है, जहां चंबल नदी की सहायक नदी से करीब 7 फुट लंबी मादा मगरमच्छ का अवशेष बरामद हुआ है।
पशु अधिकारियों के मुताबिक वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की अनुसूची-1-C में सूचीबद्ध है, पशु चिकित्सकों के मुताबिक एक 15 वर्षीय मादा मगरमच्छ की मौत हो गई है, जिसके पीछे संदिग्ध जहर को जिम्मेदार ठहराया है। इन मौतों पर नदी में प्रदूषण’ को कारण बताया गया है।
हालांकि मादा मगरमच्छ के शरीर पर किसी भी आंतरिक-शारीरिक चोट और बीमारी का कोई संकेत नहीं है।
जानकारी के मुताबिक शनिवार-रविवार को 3 अन्य मगरमच्छों के अवशेष मिले थे, इनमें से 2 की उम्र 10 और 1 की उम्र 9 साल बताई गई।
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