टाइटैनिक जहाज के मलबे को दिखाने के लिए अटलांटिक महासागर (Atlantic Ocean) की गहराई में ले जाने वाली टूरिस्ट पनडुब्बी ‘टाइटेन’ (Titan) लापता हो गई. Titan Submarine में ब्रिटिश अरबपति हामिश हार्डिंग (British billionaire Hamish Harding) समेत 5 लोग मौजूद थे. बीते दो दिन से इस टूरिस्ट पनडुब्बी का कोई पता नहीं चल पाया है. इसमें सिर्फ 96 घंटे की ऑक्सीजन है और 50 घंटे बीत चुके हैं.

अमेरिका और कनाडा के जहाज कर रहे खोज

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार Titan Submarine की तलाश करने के लिए अमेरिका और कनाडा के जहाज और प्लेन्स अटलांटिक महासागर में भेजे गए हैं. 18 जून की दोपहर को अटलांटिक महासागर में उतरने के डेढ़ घंटे बाद रेडार से गायब हो गई. अमेरिका के कोस्ट गार्ड का कहना है कि ‘पनडुब्बी को ढूढ़ने और लोगों की जान बचाने के लिए हमारे पास 70 से लेकर 92 घंटे का समय है.

रडार में भी नहीं है ‘Titan’

टाइटेनिक दिखाने गई पनडुब्बी गायब दो दिन से टूरिस्ट पनडुब्बी टाइटेन का कोई पता नहीं चल पाया है. ना तो रडार में वह दिखाई दे रही है और ना ही सबमरीन के अंदर बैठे यात्रियों का किसी से संपर्क हो पाया है. अमेरिका और कनाडा की रेस्क्यू टीम 900 मील यानी 1450 किमी समुद्री क्षेत्र में गायब हुई पनडुब्बी का पता लगा रहे हैं.

सबमरीन में सिर्फ 96 घंटे की ऑक्सीजन

जानकारी के मुताबिक, टूरिस्ट पनडुब्बी रविवार को अटलांटिक महासागर में उतरी. पानी में उतरने के करीब पौने दो घंटे बाद ही उसका संपर्क टूट गया और लापता हो गई. वहीं, इस पनडुब्बी को खोजने के लिए बहुत कम समय है, क्योंकि उसमें सिर्फ 96 घंटे की ऑक्सीजन है.

टाइटैनिक जहाज दिखाने का खर्च 1 करोड़

बता दें कि टाइटैनिक का मलबा देखने के लिए करीब दो करोड़ रुपये का खर्च आता है। ये यात्रा सेंट जोन्स के न्यूफाउंडलैंड से शुरू होती है। टाइटैनिक जहाज 10 अप्रैल 1912 को सफर पर निकला और 14 से 15 अप्रैल को अटलांटिक महासागर में आइसबर्ग से टकराने के बाद डूब गया था। इसमें 1500 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। टाइटैनिक का मलबा 1985 में खोजा गया था।

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