भारत निर्वाचन आयोग मध्य प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए विशेष सर्वे करवाने जा रहा है। प्रदेश के 75 विधानसभा क्षेत्रों में 02 से 10 मई तक बेसलाइन सर्वे कराया जायेगा। यह वह विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें 2018 के विधानसभा चुनाव में जिले में सबसे कम वोट डाले गए हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने इस संबंध में कलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिए हैं। इस दौरान मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरुक किया जाएगा, ताकि वे आने वाले चुनाव में अधिक से अधिक मतदान करें।
कम मतदान प्रतिशत वाले जिलों में सर्वे
बेसलाइन सर्वे के लिए प्रत्येक जिले में एक ऐसे विधानसभा क्षेत्र को चुना गया है, जिनमें सबसे कम वोट डाले गए थे। प्रदेश में सबसे कम मतदान के प्रतिशत वाले 23 विधानसभा क्षेत्र, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में मतदान का सबसे कम प्रतिशत वाले 20 मतदान केंद्रों को भी सर्वे में शामिल किया गया है।
18 से 60 वर्ष तक के मतदाता शामिल होंगे
सर्वे के दौरान पूछे गए सवालों का 18 से 60 वर्ष तक की आयु के मतदाताओं से जबाव लिया जाएगा। सर्वे में विभिन्न आयु वर्ग के 50 प्रतिशत महिला और 50 प्रतिशत पुरुष मतदाता होंगे। इसमें दिव्यांग और थर्ड जेंडर मतदाताओं को भी शामिल किया गया है। सर्वे के दौरान मतदाताओं से निर्वाचन प्रक्रिया से संबंधित सवाल पूछे जाएंगे। उनसे राज्य, जिला, विधानसभा क्षेत्र का नाम और संख्या, मतदान केंद्र का नाम, शहरी या ग्रामीण क्षेत्र की जानकारी के साथ ही मतदाता पंजीकरण, ज्ञान, दृष्टिकोण, व्यवहार, विश्वास, अभ्यास, मतदाता जागरूकता, स्वीप गतिविधियां, मतदाता की पृष्ठभूमि सहित अन्य सवाल पूछेंगे।