पश्चिम बंगाल में चौथे चरण का मतदान संपन्न
चौथे चरण के मतदान के दौरान हिंसा
पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के मतदान में 5 जानें गयीं. 5 जिलों की 44 विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे 373 उम्मीदवारों की किस्मत इवीएम में कैद हो गई. शाम साढ़े 6 बजे मतदान संपन्न हुआ।
हावड़ा, हुगली, दक्षिण 24 परगना, अलीपुरदुआर और कूचबिहार जिले की 44 सीटों पर मतदान संपन्न हुआ. इसके साथ ही राज्य के 23 में से 11 जिलों पुरुलिया, बांकुड़ा, झारग्राम, पश्चिमी मेदिनीपुर, पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, हुगली, अलीपुरदुआर एवं कूचबिहार में मतदान संपन्न हो गया. शाम 6:30 बजे जहां भी मतदान संपन्न हो गया, सेंट्रल फोर्स की निगरानी में इवीएम को स्ट्रांग रूम में पहुंचा दिया गया।
चुनाव आयोग ने कहा है कि इसमें 10 से 12 फीसदी का इजाफा हो सकता है. आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, चौथे चरण में सबसे ज्यादा वोटिंग कूचबिहार जिले में हुई. यहां 79.73 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. अलीपुरदुआर में 73.65 फीसदी, दक्षिण 24 परगना में 75.49 फीसदी, हावड़ा में 75.03 फीसदी और हुगली में 76.02 फीसदी लोगों ने वोट डाले।
चौथे चरण के मतदान की सुरक्षा के लिए चुनाव आयोग ने 793 कंपनी केंद्रीय बलों की तैनाती की थी. कुल 15,940 मतदान केंद्रों पर सुबह 7:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक वोटिंग हुई. कुछ जगहों पर इसके बाद भी मतदान हुआ।
चौथे चरण के मतदान से 72 घंटे पहले ही चुनावी जिलों में हिंसा शुरू हो गयी थी. सबसे अधिक हिंसा कूचबिहार जिला के शीतलकुची विधानसभा क्षेत्र में हुई. यहां शुक्रवार शाम से ही भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच टकराव शुरू हो गया था. भाजपा कार्यकर्ताओं को मारा-पीटा गया. शनिवार को जब मतदान की शुरुआत हुई, तब आनंद बर्मन नामक (21) की मौत हो गयी. मतदाताओं की लाइन में उसे गोली मार दी गई।
गोली लगने से 4 की मौत
इस दौरान हाथापाई की नौबत आ गयी. एक बच्चे के कथित तौर पर गिर जाने के बाद सैकड़ों ग्रामीणों ने केंद्रीय बलों के जवानों पर हमला कर दिया. उनकी बंदूकें छीनने की कोशिश हुई, जिसके बाद आत्मरक्षा में जवानों ने गोली चला दी. बताया जा रहा है कि जवानों ने हवा में 6 राउंड फायरिंग की, लेकिन इसमें 4 लोगों को गोली लगने से मौत हो गयी. तृणमूल ने तीन अन्य के गंभीर रूप से घायल होने का दावा किया है. साथ ही कहा है कि मारे गये और घायल सभी लोग तृणमूल के समर्थक थे।
टीएमसी ने अमित शाह पर लगाया आरोप
बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि केंद्रीय बलों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर जान-बूझकर यह कार्रवाई की है. पार्टी ने इस साजिश में प्रधानमंत्री के भी शामिल होने का आरोप लगाया है. वहीं, पश्चिम बंगाल के एडीजी (कानून-व्यवस्था) जगमोहन ने कहा है कि सुरक्षा बलों को आत्मरक्षा में फायरिंग करनी पड़ी।
भाजपा का आरोप है कि दो दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सार्वजनिक जनसभा में सुरक्षा बलों को घेरने के लिए महिलाओं और ग्रामीणों को उकसाया था. वहीं, ममता बनर्जी ने कहा है कि गृह मंत्री अमित शाह के जवानों ने फायरिंग कर आम लोगों को मौत के घाट उतारा है. उन्होंने अमित शाह का इस्तीफा मांगा है और घटना के खिलाफ रविवार को पूरे राज्य में टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की।
एक मतदान केंद्र की वोटिंग रद्द
विशेष पर्यवेक्षक से घटना की रिपोर्ट मिलने के बाद चुनाव आयोग ने 126 नंबर मतदान केंद्र की वोटिंग रद्द कर दी है. इसकी पूर्णांग जांच के आदेश दिये गये हैं. उधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सिलीगुड़ी पहुंच चुकी हैं. रविवार को वह उन लोगों के घर जायेंगी, जिनकी सुरक्षा बलों की फायरिंग में जान गयी है.
बीजेपी उम्मीदवार पायल सरकार पर हमला
दक्षिण 24 परगना के बेहला पूर्व से चुनाव लड़ रहीं भाजपा उम्मीदवार पायल सरकार पर हमला किया गया. दक्षिण 24 परगना में तृणमूल कांग्रेस और पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी आइएसएफ के कार्यकर्ताओं के बीच टकराव होता रहा. कई जगहों पर माकपा के पोलिंग एजेंट के साथ मारपीट की गयी.