मध्यप्रदेश बीजेपी मिशन 2023 की तैयारियों में जुट गई है, ऐसे में बीजेपी मे बैठकों का दौर जारी है, और अपनी खामियों को दूर करने का प्रयास कर रही है, दरअसल बीजेपी 2018 में 230 विधानसभा सीटों में से 103 सीटें हारी थी, इससे उसे सबक भी मिल चुका है, अब बीजेपी इन्ही सीटों पर अपना दबदबा कायम रखना चाहती है, पार्टी इन सीटों को चिन्हित कर विशेष रणनीति बना रही है।

बीजेपी में बैठकों का दौर जारी

भोपाल में बीते कुछ दिनों पहले बीजेपी की चिंतन बैठक हुई थी, जिसमें हारी सीटों को जीतने के लिए विशेष रणनीति बनाई गई, इस बैठक में निर्णय हुआ की उन विधानसभा क्षेत्रों में क्षेत्र प्रभारियों को भेजा जाएगा,जहां बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था, प्रभारी इन क्षेत्रों का दौरा करेंगे, आम-जनमानस के बीच पहुंचेंगे, कार्यकर्ताओं से बातचीत कर जमीनी रिपोर्ट तैयार करेंगे, जनता को बीजेपी के फेवर में करने के लिए पूरी रिपोर्ट पार्टी कोर कमेटी को सौंपेगे।

पार्टी संगठनात्मक सर्जरी करने की तैयारी

गौरतलब है कि इसके पहले नगरीय निकाय चुनावों में भी पार्टी का प्रदर्शन भी लगभग ठीक-ठाक नहीं रहा, हारी सीटों पर पार्टी संगठनात्मक सर्जरी करने की तैयारी में भी है, ऐसे में कई के जिला अध्यक्षों को बदलने की कवायद चल रही है, ज्यादा वोटों से हारी सीटों पर बीजेपी ड्यूल त्रिदेव फार्मूला लागू करेगी, यानी कमजोर बूथ पर 3 स्थानीय पदाधिकारियों की टीम और विधानसभा वार 2 मंत्री और एक संगठन का बड़ा पदाधिकारी मैदान पर मोर्चा संभालेगा, हालांकि इनमे से 2 दर्जन से ज्यादा ऐसी सीटें भी हैं, जो पार्टी ने उप-चुनाव में जीती है, इसके बावजूद बीजेपी इन्हें टारगेट लिस्ट में लेकर चल रही है।

अपनी साख बचा पाएगी बीजेपी ?

बीजेपी अपनी रणनीति को लेकर खासा उत्साहित नजर आ रही है कि हारी सीटों पर चुनाव कैसे जीता जाए ?, जनता को कैसे लुभाया जाए ?, जनता तक कांग्रेस की खामियों को कैसे गिनाई जाए ?  इन सबको लेकर बीजेपी चल रही है । हालांकि की सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या भूल सुधार से बीजेपी की साख बचेगी , किसकी हार?, किसकी जीत होगी ये तो आगामी चुनाव ही तय करेगा।

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