मानहानि मामले में सजा के खिलाफ अपील स्वीकार होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है। कोर्ट से जमानत मिलने के बाद राहुल ने ट्विटर पर एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा मित्रकाल के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा। वहीं एक अन्य ट्वीट में राहुल गांधी ने लिखा मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं। मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं”

प्रियंका वाड्रा का ट्वीट

सूरत कोर्ट ने जब राहुल गांधी को जमानत दी उस दौरान कांग्रेस नेता के साथ उनकी बहन व पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं। उन्होंने एक ट्वीटर कर लिखा सूरमा विचलित होते, क्षण एक नहीं धीरज खोते, विघ्नों को गले लगाते हैं, कांटों में राह बनाते हैं’। बता दें कि सोमवार के दिन राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी एक ही साथ सूरत पहुंचे थे। राहुल गांधी को पिछले महीने मोदी सरनेम मामले में दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई गई थी। इस मामले में दोषी पाए जाने के कारण उनकी संसद सदस्यता को रद्द कर दिया गया था जिसके बाद से कांग्रेस पार्टी लगातार BJP पर हमलावर रुख अपनाए हुए है।

राहुल गांधी के साथ प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और कार्यकर्ताओं के जाने पर बीजेपी ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है…

केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को दावा किया कि कांग्रेस न्यायपालिका पर ‘अनुचित दबाव’ बनाने की कोशिश कर रही है. रिजिजू ने कहा, ‘मेरा सीधा सवाल है. कांग्रेस न्यायपालिका पर इस तरह का अनुचित दबाव बनाने की कोशिश क्यों कर रही है. न्यायिक मामलों से निपटने के तरीके होते हैं. लेकिन क्या यह तरीका है?’ उन्होंने सवाल किया कि क्या पहले ऐसा कोई मामला देखने में आया है जब कोई पार्टी अदालत का ‘घेराव’ करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल राहुल गांधी के लिए यह ‘नौटंकी’ कर रही है क्योंकि वह एक परिवार और एक व्यक्ति को देश और उसके कानूनों से ऊपर मानती है”.

वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने भी कांग्रेस पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये हैं…

रविशंकर प्रसाद ने कहा ह क्या मतलब है कि 3-3 मुख्यमंत्री कोर्ट में जा रहे हैं. यह नई परंपरा (को शुरू कर रहे हैं जो) दुर्भाग्यपूर्ण, शर्मनाक है. मुख्यमंत्री के रूप में मोदी जी से पूछताछ हुई थी तो क्या बीजेपी के कार्यकर्ता निकले थे? सोनिया गांधी, राहुल गांधी, दामाद जी (रॉबर्ट वाड्रा) से पूछताछ होती तो सब कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर आ जाते हैं. यह दरबारी संस्कृति है जो दुर्भाग्यपूर्ण है और न्याय व्यवस्था का अपमान है.”

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कहा

“पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी देश के लिए लड़ रहे हैं और ऐसे में पार्टी के नेता उनके समर्थन के लिए सूरत पहुंच रहे हैं तथा यह कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने किसी को बुलाया नहीं है और जो भी नेता सूरत पहुंच रहे हैं वो उनका निर्णय है. राहुल जी हमारे नेता हैं तो नेता के साथ खड़े होने के लिए सभी जाते हैं. जब किसी के खिलाफ मामला होता है तो परिवार के लोग जाते हैं”.

उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रति समर्थन जताने के लिए सूरत पहुंचे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी के आरोपों पर पलटवार किया.

उन्होंने कहा, ‘हमें न्यायपालिका पर भरोसा है. हम यहां अपनी एकता दिखाने आए हैं. हम देश को बचाने के लिए ‘सत्याग्रह’ कर रहे हैं. देश देख रहा है कि आज इंदिरा गांधी के पोते और राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी के साथ कैसा व्यवहार किया जा रहा है.’

बीजेपी के इन प्रहारों का जवाब देते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा,

‘मैं अपने नेता (राहुल गांधी) के साथ जा रहा हूं, यह न्यायपालिका पर दबाव कैसे हो सकता है.’

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