मध्य प्रदेश के अशोक नगर में बीजेपी के लिए बुरी ख़बर सामने आई हैं। दरअसल, महाराज के रूप में माने जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ अशोकनगर के मुंगावली में कद्दावर नेता यादवेंद्र यादव ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। यादवेंद्र के साथ ही बड़ी तादाद में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली। भोपाल में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इन्हें कांग्रेस में शामिल किया। यादवेंद्र यादव को कांग्रेस में लाने में दिग्विजय सिंह के पुत्र और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह व सचिन यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने दिलाई सदस्यता

भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में में यादवेंद्र यादव सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सभी नेताओं को कांग्रेस की सदस्यता दिलवाई। इस मौके पर जयवर्धन सिंह, अरुण यादव, गोपाल सिंह और डग्गी राजा सहित कई नेता मौजूद रहे। यादवेंद्र यादव ने कहा कि बीजेपी में उनकी उपेक्षा होने लगी थी, उनके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार और भेदभाव हो रहा था। इसी के साथ उन्होने बड़ा आरोप लगाया कि अशोकनगर में बीजेपी नेता और जनप्रतिनिधि अनुसूचित जाति.जनजाति के लोगों की जमीनों पर कब्जा कर किलोमीटर में कॉलोनियां काट रहे हैं।

कौन हैं यादवेंद्र यादव?

बता दें कि यादवेंद्र यादव अशोकनगर जिला पंचायत सदस्य हैं। उनकी धर्मपत्नी और माताजी भी जिला पंचायत सदस्य हैं। यादवेंद्र सिंह के पिता राव देशराज सिंह तीन बार भाजपा से विधायक रहे हैं और दो बार भाजपा से ही लोकसभा चुनाव भी लड़ चुक हैं। उनके कांग्रेस में आने से गुना लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा धक्का लगा है। इससे गुना, अशोकनगर, भिंड और ग्वालियर में भी भारतीय जनता पार्टी को भारी नुकसान होने की आशंका है। ये घटनाक्रम ग्वालियर चंबल इलाके में विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा बीजेपी को कितना नुकसान पहुंचाएगा ये तो आने वाला समय ही तय करेगा।

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