पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में सोमवार को हाई वोलटेज ड्रामा देखने को मिला. नारदा स्टिंग ऑपरेशन मामले में सीबीआई ने टीएमसी के तीन विधायक और एक पूर्व नेता को गिरफ्तार किया. इस गिरफ्तारी के विरोध में सीबीआई दफ्तर के बाहर भारी हंगामा हुआ. पुलिस को लोगों पर लाठीचार्ज करना पड़ा. इस बीच सीबीआई दफ्तर पर पत्थरबाजी भी हुई. राज्य के दो मंत्रियों, एक विधायक और एक पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी के विरोध में सत्तारूढ़ टीएमसी के कार्यकर्ता पूर्ण लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सड़क पर उतर आए और कोलकाता सहित पूरे राज्य भर में सुबह से ही जमकर विरोध प्रदर्शन किया. पूरे मामले पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि ममता सरकार कानून का पालन करे. राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को कोड करते हुए कहा चैनलों पर और सार्वजनिक डोमेन में मैंने सीबीआई कार्यालय में आगजनी और पथराव देखा, दयनीय है कि कोलकाता पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस सिर्फ तमाशबीन है. आपसे कार्रवाई करने और लॉ एंड ऑर्डर बहाल करने की अपील करता हूं.
बता दें कि सबसे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सुबह करीब 10:48 बजे निजाम पैलेस में सीबीआइ के दफ्तर पहुंचीं और गिरफ्तारी का विरोध किया. साथ ही चेतावनी दी कि सीबीआइ को उन्हें भी गिरफ्तार करना होगा. देखते ही देखते सीबीआइ दफ्तर के बाहर टीएमसी कार्यकर्ताओं का हुजूम लगना शुरू हो गया. पहले यहां सीबीआइ के एक्शन के खिलाफ नारेबाजी हुई और कुछ ही देर में हालात इस कदर बेकाबू हो गए कि यहां पर पत्थरबाजी शुरू हो गई.