आपने अक्सर सेलेब्रिटीज को फॉलो करते लोगों को देखा होगा। लेकिन क्या आपने सोचा है कि सेलेब्रिटीज के नाम से क्रेडिट कार्ड बनाकर ठगी की जा सकती है? आपका जवाब अगर नहीं है तो ये खबर आपके काम की है। दरअसल, दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने 5 जालसाजों के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिन्होंने अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्या राय, सचिन तेंदुलकर, आलिया भट्ट जैसी हस्तियों के फर्जी बैंक क्रेडिट कार्ड के जरिए लाखों रुपए ठग लिए। इस तरह धोखेबाजों ने तमाम सेलेब्रिटीज का सिबिल स्कोर खराब कर दिया था।

सचिन तेंदुलकर, अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या के नाम से क्रेडिट कार्ड

संयुक्त आयुक्त पूर्वी रेंज छाया शर्मा के मुताबिक, पुणे की मैसर्स एफपीएल टेक्नालजीस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के प्रतिनिधि शेखावत ने शिकायत की थी, कि कुछ लोगों ने फर्जी तरीके से सचिन तेंदुलकर, आलिया भट्ट, हिमेश रेशमिया, अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या के नाम से क्रेडिट कार्ड बनाए हैं। टीम ने कंपनी से आरोपितों के द्वारा दी गई आइडी, मोबाइल नंबर व अन्य चीजे ली। पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि आरोपितों ने पिछले दो वर्षों में करीब 90 लाख रुपये की ठगी की है। बीते नवंबर से वह सेलिब्रिटीज को निशाना बना रहे थे।

दिल्ली का गैंग, जयपुर से होता था ऑपरेट

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर क्रेडिट कार्ड के आईपी एड्रेस और मोबाइल फोन की सीडीआर से पकड़ा। पुलिस जांच में पता चला कि यह गैंग दिल्ली का है और जयपुर से ऑपरेट कर रहा था। आरोपितों की पहचान गिरोह के सरगना जयपुर निवासी विश्व भास्कर शर्मा, पंकज मिश्रा, दिल्ली के बाबरपुर निवासी पुनीत, आसिफ, सुनील कुमार के रूप में हुई है। आरोपितों के पास से 25 फर्जी आधार कार्ड, 40 क्रेडिट कार्ड, दस मोबाइल, एक लैपटाप, 42 सिम कार्ड, 34 फर्जी पैन कार्ड समेत पांच चेकबुक बरामद की है।

ऐसे बनवाते थे क्रेडिट कार्ड

पुलिस को पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि हर एक सेलिब्रिटीज की कोई न कोई कंपनी होती हैए जिसका जीएसटी नंबर उनकी कंपनी की साइट पर उपलब्ध होता है। आरोपित उनका जीएसटी नंबर पता करते थेए उसी जीएसटी नंबर में पैन कार्ड का नंबर भी होता है। बाद में गुगल के जरिये वह सेलिब्रिटीज के की जन्मतिथिए माता.पिता का नाम जान लेते थे।
बाद में फर्जी आधार कार्ड व पैन बनवा लेते थेए उसपर फोटो उनकी होती थी और पैन व आधार नंबर सेलिब्रिटीज का होता था। पैन कार्ड के नंबर से कोई भी बैंक किसी भी व्यक्ति की क्रेडिट इन्फार्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड (CIBIL) से स्कोर पता कर सकता है।
लॉकडान के बाद विभिन्न बैंक आनलाइन सत्यापन के बाद क्रेडिट कार्ड देने लगे। आरोपित क्रेडिट कार्ड के लिए बैंक में आनलाइन आवेदन करते थेए बैंक के प्रतिनिधि सिर्फ पैन नंबर से सिबिल स्कोर जांचने के बाद आनलाइन ही आवेदक की KYC कर दिया करते थे। प्रक्रिया पूरी होने के बाद आरोपितों को डिजिटल व आफलाइन क्रेडिट कार्ड दे दिया जाता था। पैन कार्ड का नंबर सेलिब्रिटीज का होता था, इसलिए ठगी की रकम सेलिब्रिटीज के सिबिल में जुड़ जाती है।

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