बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री बिहार के बाद अब गुजरात में भव्य दरबार लगाने जा रहे हैं। आने वाले दिनों में वो गुजरात के अहमदाबाद, सूरत और राजकोट में हनुमंत कथा का वाचन करेंगे। हलांकि कुछ लोग उनकी कथा का विरोध भी करते नज़र आ रहे हैं। बिहार में भी उनका विरोध किया गया था, लेकिन उनके दरबार में विशाल भीड़ देखने को मिली थी। अब गुजरात में पंडित धीरेंद्र शास्त्री के पहुंचने से पहले सूरत के एक हीरा कारोबारी ने उनको चुनौती दी है।
सूरत में बाबा को चमकदार चैलेंज
दरअसल, पंडित धीरेंद्र शास्त्री का गुजरात में पहला दरबार डायमंड सिटी के नाम से प्रसिद्ध सूरत में 26-27 मई को लगेगा। सूरत के ही हीरा कारोबारी जनक बाबरिया ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री को चुनौती देते हुए कहा कि अगर मुझे उनके दिव्य दरबार में आमंत्रित किया जाए तो मैं पॉलिश किए हुए हीरों का एक पैकेट ले जाऊंगा और अगर वह मुझे बताएंगे कि इसमें कितने पॉलिश किए हुए हीरे हैं, तो मैं हीरों का वह पैकेट उनको समर्पित कर दूंगा और उनकी दैवीय शक्ति को स्वीकार करूंगा।
क्या है डायमंड कारोबारी का चैलेंज?
जनक बाबरिया ने कहा, ‘अगर बाबा धीरेंद्र शास्त्री दरबार में चमत्कार की बात भी करते हैं, तो मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि अगर उन्होंने हमें आमंत्रित किया है, तो मैं उनके दरबार में 500 से 700 कैरेट के हीरे का एक पैकेट ले जाऊंगा और हीरे के बारे में कुछ सवाल पूछूंगा। ऐसे में अगर वह जवाब दे सकें तो मैं 2 करोड़ के हीरों का पैकेट उनके चरणों में अर्पित कर दूंगा।’
बागेश्वर सरकार के दरबार का विरोध
व्यापारी ने कहा कि 22 तारीख से वे गुजरात में धीरेंद्र शास्त्री के दिव्य दरबार का विरोध करने जा रहे हैं। बागेश्वर सरकार उर्फ धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार 26 व 27 मई को सूरत में होने वाला है। व्यापारी ने कहा कि इस दरबार में चमत्कार, अंधविश्वास और उनकी दैवीय शक्ति के बारे में बताया जाता है, जिसका वो खुलकर विरोध करेंगे।
पटना में नारियल से 5 करोड़ का कारोबार
बता दें कि पटना में बागेश्वर सरकार के दरबार में अर्जी लगाने वालों के सभी पुराने रिकॉर्ड टूट गए थे। एक आंकड़े के मुताबिक, 13 से 17 मई तक हनुमंत कथा के दौरान भक्तों की संख्या 30 लाख के पार हो गई थी। वहीं, बाबा के सामने अर्जी लगाने की जो प्रक्रिया है, उसमें नारियल को लाल कपड़े में बांधकर कथा वाले स्थान पर रखा जाता है। लिहाजा, तरेत पाली मठ के पास प्रसाद और नारियल की दुकान लगाने वालों ने सिर्फ इन दोनों चीजों की बिक्री से 5 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार किया है।