छत्तीसगढ़ में एक कपूत ने अपने ही माता पिता और दादी की निर्मम हत्या कर डाली। रूह कंपा देने वाली ये घटना महासमुंद जिले के ग्राम पुटका में अंजाम दी गई, जहां एक बेरोजगार और नशेड़ी युवक ने ही अपने माता-पिता और दादी की क्रूरतम हत्या कर दी।

नशाखोरी के लिए बन गया हत्यारा

महासमुंद के एसपी धर्मेंद्र सिंह ने इस पूरी घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि वारदात में इस्तेमाल किए गये हाकी स्टीक, सैनिटाइजर, लाइटर के साथ हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि आरोपित उदित भोई ने अपनी विलासिता पूर्ण जीवन शैली, नशाखोरी के लिए निर्ममता से अपने माता-पिता व दादी की हत्या कर दी।

सैनिटाइजर से शवों को जलाया

इसी गड्ढे में ह​ड्डियां गाड़ी गईं

एसपी ने बताया कि शव को दो दिन रखने के बाद सारी क्रूरता पार कतने हुए सैनिटाइजर के इस्तेमाल से शवों को जलाया गया। जब शव जल गया तब बची अस्थियों को गड्ढा खोदकर घर आंगन में ही गाड़ दिया। इसके बाद शातिर ने साक्ष्य छुपाने और लोगों को गुमराह करने के लिए गुमशुदगी की फर्जी रिपोर्ट लिखाई।

पिता के फोन से की ऑनलाइन शॉपिंग

पुलिस ने बताया कि किसी को शक ना हो इसके लिए पिता के मोबाइल से सकुशल होने का स्वजनों को मैसेज किया। पिता के ऑनलाइन फोन पेमेंट एप से चार दिन में ही एसी, पलंग, आलमारी और मोबाइल की खरीदी की। उसके इस बर्ताव से वह पुलिस के घेरे में आ गया और ट्रिपल मर्डर मामले का पर्दाफाश हो गया। मृतक पिता प्रभात भोई पैकिन स्कूल में प्रधानाचार्य थे।

गुमशुदगी की लिखाई रिपोर्ट

प्रभात भोई और झरना भोई
सुलोचना भोई

एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि 12 मई को सुबह 10 बजे उदित ने सिंघोड़ा थाना आकर सूचना दी कि उनके पिता प्रभात भोई (53) आठ मई को सुबह उपचार कराने के लिए रायपुर जाने की बात कहकर माता झरना भोई (47) एवं दादी सुलोचना भोई (75) के साथ घर से निकले हैं, जो आज तक घर वापस नहीं आए हैं। सूचना पर थाना सिंघोड़ा की पुलिस ने ढूंढना प्रारंभ किया।

छोटे भाई ने खोला राज

थाना सिंघोड़ा की टीम गुम इंसानों की पता तलाश कर रही थी कि प्रभात कुमार का छोटा बेटा अमित कुमार भोई जो पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज रायपुर में MBBS की पढ़ाई कर रहा है, अपने घर ग्राम पुटका आया तो उनके चाचा ने उसे बताया कि तुम्हारे माता पिता और दादी आठ मई से लापता हैं।

अमित कुमार भोई जब अपने घर आया तो हत्यारा भाई उदित भोई घर पर नहीं था, घर की बाड़ी तरफ गया तो बाड़ी में कुछ जलाने का निशान देखा। जली हुई राख को हटाया तो उसमें मानव हड्डी के टुकड़े पड़े मिले। अमित कुमार पूरे घर को चेक किया तो हॉल के दीवार पर खून के छींटे भी दिखाई दिये। इस​के अलावा वहीं बगल में एक छोटे से गड्ढे में राख का ढेर भी दिखाई दिया।

यह सब देखकर अमित कुमार ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बताया कि आरोपित उदित भोई नशे का आदी है। अनुकंपा नियुक्ति और पैसे की बात को लेकर आए दिन माता-पिता एवं दादी से वाद-विवाद करता रहता था।

सख्ती के बाद कबूला गुनाह

उदित भोई को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो वह पुलिस को गुमराह करने लगा और गोलमोल जवाब देने लगा। पुलिस ने तथ्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ की तो वह अंततः टूट गया व अपना अपराध स्वीकार कर लिया। हत्यारोपी ने बताया कि उसने 7 मई की रात गुस्से में आकर अपने कमरे में सो रहे माता-पिता एवं दादी पर हाकी स्टीक से पीट पीट कर हत्या कर दी।

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