गोवा में चल रही शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में आज विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना उसकी जमकर खिंचाई की। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सीमा पार आतंकवाद सहित ‘आतंकवाद के खतरे’ पर कड़ा बयान दिया। विदेश मंत्री ने कहा कि दुनिया एक तरफ कोविड से लड़ रही थी और दूसरी ओर आतंकवाद का खतरा बेरोकटोक जारी था।
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आतंकवाद से मुकाबला करना मूल उद्देश्य- जयशंकर
गोवा में SCO विदेश मंत्री शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सदस्यों को याद दिलाया कि आतंकवाद का मुकाबला करना SCO के मूल उद्देश्यों में से एक है। अपने शुरुआती संबोधन में उन्होंने आज कहा कि आतंकवाद को किसी भी तरीके से सही नहीं ठहराया जा सकता। सीमा पार आतंकवाद सहित इसके सभी प्रारूपों को रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराने के सभी चैनल पर भेदभाव से रहित रोक लगनी चाहिए ।
कूटनीतिक लाभ के लिए आतंकवाद हथियार न बने- बिलावल
बैठक में हिस्सा लेने आए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने अपनी मां और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की ‘आतंकवादियों’ के हाथों हुई हत्या को याद किया। पाक विदेश मंत्री ने अपने संबोधन में कहा, हमारे लोगों की सामूहिक सुरक्षा हमारी संयुक्त जिम्मेदारी है। आतंकवाद वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है। कूटनीतिक लाभ के लिए आतंकवाद को हथियार बनाने के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए।
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इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गोवा में SCO विदेश मंत्रियों के शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन विभिन्न देशों के विदेश मंत्रियों का स्वागत किया। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने गोवा में एससीओ विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक के लिए चीनी विदेश मंत्री किन गांग, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के अलावा किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान के विदेश मंत्रियों का स्वागत किया।