दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने केंद्र के अध्यादेश के विरोध का समर्थन उद्धव ठाकरे से भी मांगा है। शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि अगर अध्यादेश राज्यसभा में आता है तो उस अध्यादेश के खिलाफ हम आप के साथ खड़े होंगे।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सेवाओं के नियंत्रण से जुड़े केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ सबको एकजुट करने में जुटे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंच गये।
अपनी पूरी टीम के साथ पहुंचे केजरीवाल
इस दौरान, केजरीवाल ने केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) की लड़ाई में उद्धव का समर्थन मांगा। उद्धव से मुलाकात के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, ‘आप’ के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और राघव चड्ढा तथा दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी भी केजरीवाल के साथ थीं।
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ममता बनर्जी से भी मांग चुके समर्थन
इस अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी दलों का समर्थन जुटाने के लिए देशभर की यात्रा के तहत केजरीवाल और मान ने मंगलवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।
केंद्र ने 19 मई को जारी किया अध्यादेश
केंद्र सरकार भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और दानिक्स कैडर के अधिकारियों के तबादले और उनके खिलाफ प्रशासनिक कार्यवाही के लिए राष्ट्रीय राजधानी लोक सेवा प्राधिकरण गठित करने के वास्ते 19 मई को एक अध्यादेश लेकर आई थी।
SC ने दिल्ली सरकार को दी थी बड़ी राहत
इससे एक हफ्ते पहले ही उच्चतम न्यायालय ने पुलिस, लोक सेवा और भूमि से संबंधित विषयों को छोड़कर बाकी सभी मामलों में सेवाओं का नियंत्रण दिल्ली की चुनी हुई सरकार को सौंप दिया था।
6 महीने में संसद से पास कराना होगा अध्यादेश
दरअसल, किसी अध्यादेश को छह महीने के भीतर संसद की मंजूरी मिलना आवश्यक होता है। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार संसद के मानसून सत्र में इस अध्यादेश से संबंधित विधेयक पेश कर सकती है।