दिल्ली की आबकारी नीति की जांच की आंच झेल रहे मनीष सिसोदिया बीते एक महीने से तिहाड़ जेल मे बंद हैं, लेकिन जेल से भी वो अपनी राजनीति बख़ूबी कर रहे हैं. दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने जेल से एक चिट्ठी लिखी है और इसमे प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लिया है. इस चिट्ठी में उन्होंने लिखा है, प्रधानमंत्री का कम पढ़ा लिखा होना देश के लिए खतरनाक है. सिसोदिया ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी शिक्षा का महत्व नहीं समझते हैं.
केजरीवाल पर हो चुका है जुर्माना
मनीष सिसोदिया ने सीएम केजरीवाल के विधानसभा में दिये गये बयान को ही आगे बढ़ाया है. हलांकि केजरीवाल पर पीएम की डिग्री सार्वजनिक करने की मांग पर हाईकोर्ट से 25 हजार का जुर्माना लग चुका है. अब सिसोदिया ने भी लगभग वैसा ही बयान दिया है. उन्होंने कहा, देश की तरक्की के लिए प्रधानमंत्री का पढ़ा लिखा होना जरूरी है. सिसोदिया ने अपनी चिट्ठी में लिखा, पीएम जब यह बात कहते हैं कि गंदी नाली से गैस निकाल कर चाय बनाई जा सकती है तब मेरा दिल बैठ जाता है.
‘सिसोदिया ने पीएम पर उठाए गंभीर सवाल’
मनीष सिसोदिया ने जेल से देश के नाम लिखी चिट्ठी में पीएम मोदी की संवैधानिकता पर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने अपनी लिखी चिट्ठी में कहा है, चूंकि देश के पीएम कम पढ़े लिखे हैं इसलिए दुनिया के राष्ट्राध्यक्ष उनको गले लगाकर न जाने कितने कागजों पर साइन करवा लेते हैं क्योंकि प्रधानमंत्री जी तो समझ ही नहीं पाते क्योंकि वो तो कम पढ़े-लिखे हैं.
’80 हजार सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए क्यों’?
सिसोदिया ने आगे लिखा, आज देश का युवा महत्वाकांक्षी है, वो कुछ करना चाहता है और वो अवसर की तलाश है वो दुनिया जीतना चाहता है. साइंस और टेक्नॉलॉजी के क्षेत्र में वो कमाल करना चाहता है. क्या एक कम पढ़ा-लिखा प्रधानमंत्री आज के युवा के सपनों को पूरा करने की क्षमता रखता है? हाल के सालों में देश भर में 80 हजार सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए क्यों? एक तरफ देश की आबादी बढ़ रही है तो सरकारी स्कूलों की संख्या भी तो बढ़नी चाहिए थी?