मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में वन विभाग और पुलिस की टीम पर अतिक्रमणकारियों ने हमला कर दिया, जिसमें करीब 10 कर्मचारी घायल हो गये। जानकारी के मुताबिक सीसीएफ आरपी राय और डीएफओ अनुपम शर्मा के नेतृत्व में करीब 200 वन कर्मी और कुछ पुलिसकर्मियों की टीम घाघरला के जंगल में घुसी। जंगल में पहले से तैयार बैठे अतिक्रमणकारियों ने इस टीम पर तीर व औजारों से हमला बोल दिया। हमले में एक ग्रामीण और दो वन रक्षकों को तीर लगे हैं। वनकर्मी, पुलिस और ग्रामीणों को मिलाकर 14 लोग घायल हो गये। इनमें से सात को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाकी का इलाज सिविल और नेपानगर के स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज चल रहा है।
देसी बम और बंदूकों से हमला
सीसीएफ का कहना है कि अतिक्रमणकारियों ने रात में देसी बम और भरमार बंदूकों से फायरिंग भी की है, फिलहाल पुलिस ने अपना बल जंगल में भेजने से इनकार कर दिया है। ऐसे में वन विभाग की टीम वापस लौट आई है। घटना की सूचना मिलने के बाद कलेक्टर भव्या मित्तल व एसपी राहुल लोढ़ा भी घाघरला गांव पहुंचे थे। यहां ग्रामीणों ने अतिक्रमणकारियों को सख्ती से नहीं खदेड़े जाने पर आक्रोश जताया।
ग्रामीणों ने अफसरों को बनाया बंधक
कुछ देर पहले घाघरला गांव पहुंचे एसपी राहुल लोढा व अन्य पुलिस अफसरों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। उन्होंने लोहे का गेट बंद कर बाहर डेरा जमा लिया और अतिक्रमणकारियों को खदेड़ने की मांग कर रहे थे। सुबह हुए हमले के दौरान भी वन और पुलिसकर्मी जान बचाकर भागते नजर आए जबकि ग्रामीण अतिक्रमणकारियों का मुकाबला करने के लिए कह रहे थे। एक स्कूल के सामने जमा लोगों ने कहा कि जब तक अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई नहीं होती हम अफसरों को यहां से जाने नहीं देंगे। मौके पर कलेक्टर भव्या मित्तल, एसपी राहुल कुमार लोढ़ा, डीएफओ अनुपम शर्मा सहित अफसर, कर्मचारी और 300 से अधिक का फ़ोर्स तैनात है।
घाघरला गांव में धारा-144 लागू
सीसीएफ आरपी राय और डीएफओ अनुपम शर्मा बीते दो दिन से इसी गांव में डटे हुए थे। शनिवार को हुए घटनाक्रम के बाद अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट आशुतोष दुबे ने घाघरला गांव में धारा 144 लागू कर दी है। इसके तहत जारी आदेश में कहा गया है कि अब नेपानगर क्षेत्र के घाघरला गांव में पांच या इससे ज्यादा लोग एक जगह एकत्र नहीं हो सकते। पेट्रोल की खुले में बिक्री पूरी तरह बंद रहेगी। इस दौरान अस्त्र, शस्त्र रखने व सामाजिक, धार्मिक आयोजनों पर भी रोक लगा दी गई है।
निमाड़ के 4 जिलों से टीम तैनात
निमाड़ के 4 जिलों से भारी संख्या में वनकर्मियों की टीम घाघरला में तैनात की गई है। खंडवा सीसीएफ (चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट) आरपी राय ने बताया-पिछली बार अतिक्रमणकारियों को पुलिस, फॉरेस्ट के सहयोग से खदेड़ा गया था। 3 दिन से फिर वह 150 से 300 की संख्या में घाघरला के जंगल में आ रहे हैं। पता चला है कि रात में देसी बम, बंदूक से फायरिंग भी की गई है। इसकी प्रशासन को सूचना दी गई है। सर्किल से 200 से अधिक स्टाफ एकत्रित किए गए हैं।