मध्य प्रदेश में इंदौर में एक आदिवासी युवती की मौत पर जबरदस्त हंगामा खड़ा हो गया। हालात इतने खराब हो गये कि वहां इकट्ठा लोगों को भगाने के लिए पुलिस को आंसूगैस के गोले छोड़ने पड़े और जब मामला बेकाबू हो गया तो पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा। इस घटना में कुल 20 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, इसमें टीआई ज्यादा घायल हैं। गोली से मृत युवती की मृत शरीर को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा चुका है। वहीं, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उज्जैन में कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। संवेदनशील मुद्दे पर कांग्रेस को राजनीति नहीं करना चाहिए।
क्या है पूरी घटना?
जानकारी के अनुसार महू के बड़गोंदा थाना अंतर्गत गांव वासली कुंडलिया निवासी 22 वर्षीय कविता डावर धार जिले के धामनोद में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। बुधवार को उसकी गवली पलासिया में संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। इस दौरान युवक यदुनंदन पाटीदार भी साथ में था। पुलिस को सूचना मिली कि युवती की करंट लगने से मौत हो गई। पुलिस ने इसकी जानकारी मंडलेश्वर में रह रहे परिजनों को दी। इसके बाद स्वजन और समाजजन अस्पताल पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद बिरादरी के लोगों ने रात में शव के साथ डोंगरगांव चौकी का घेराव कर दिया। साथ ही रास्ता जाम कर दिया।
परिजनों ने लगाया गैंगरेप के बाद हत्या का आरोप
मृतक युवती के परिजनों का यह आरोप है कि उनके परिवार की लड़की के साथ पाटीदार समाज के युवकों ने गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आदिवासी लोगों की रिपोर्ट नहीं लिखी। आरोप लगने के बाद जब परिजनों को शव सौंपा गया तो उन्होंने शव रखकर चक्काजाम किया और आरोपियों को समाज के लोगों को सौंपने की बात कही। जिसपर पुलिस ने कानून अपने हाथ में न लेने की बात कही थी। पुलिस का कहना था कि आरोपी की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। लेकिन आदिवासी समाज के लोग नहीं माने और डोंगरगांव पुलिस चौकी को चारों तरफ से घेर लिया जिसके बाद यह पूरा विवाद उपजा।
पथराव में 20 पुलिसकर्मी घायल
वहीं, इस पूरे घटनाक्रम के बाद चार थाना क्षेत्रों का पुलिस बल मौके पर तैनात कर दिया गया है। एसडीएम, तहसीलदार सहित कई बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे, लेकिन आदिवासी लोगों का आक्रोश देखने के बाद जहां पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। वहीं 10 से ज्यादा राउंड हवाई फायर भी करने पड़े। इस पूरी घटना में जहां 20 पुलिसकर्मी के घायल होने की सूचना है। जिसमें थाना प्रभारी को काफी गंभीर चोट आई है।
‘मौत के बदले मौत’
इंदौर के एसपी (ग्रामीण) भगवन सिंह वीरदे ने बताया कि इंदौर जिले के बडगोंदा थाना क्षेत्र में देर रात आदिवासी समाज के लोगों ने हंगामा कर दिया। आदिवासी समाज के लोगों का आरोप था कि एक आरोपी युवक ने उनकी बेटी को किडनैप करके उसकी हत्या कर दी इसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। लेकिन आदिवासी समाज के लोगों का कहना था कि मौत के बदले मौत। थाने पर पहुंचे और उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया। आरोपी को पुलिस ने अपनी कस्टडी में ले लिया है। आदिवासी समाज के लोगों ने आरोपी को पुलिस से छीनने की कोशिश भी की।
पुलिस ने नहीं दर्ज किया रेप का केस
साथ ही मौके पर पुलिस और डीआईजी और इंदौर कलेक्टर पहुंच गए। मृतक लड़की का पोस्टमार्टम इंदौर के एमवाई हॉस्पिटल के लिए भेजा गया। इंदौर के कलेक्टर इलैया राजा ने बताया कि अभी धारा 144 लागू की गई है। सूत्रों के अनुसार यह भी कहा जा रहा है कि जिस लड़की की हत्या की गई है, उसका गैंगरेप भी हुआ है। लेकिन पुलिस ने रेप का केस नहीं दर्ज किया, इसके बाद आदिवासी लोग भड़क गए।
कांग्रेस का दल महू पहुंचा
महू में हुए पूरे घटनाक्रम के बाद कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ सबसे पहले सक्रिय हुए है। उन्होंने मामले में आदिवासी विधायकों का दल घटनास्थल पर जांच के लिए भेजा है। दल में कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, झूमा सोलंकी और पांचीलाल मेड़ा इंदौर के प्रभारी महेंद्र जोशी ओर संतोष गौतम है। ये दल घटना की सच्चाई पता करेगा और पीड़ित लोगों से बातचीत करेगा। दल अपनी रिपोर्ट कमल नाथ को सौंपेगा जिसके बाद कांग्रेस अपनी आगामी रणनीति तय करेगी। कांग्रेस की यह जांच कमेटी मृतक युवती के परिवार के भी बयान लेगी।