राजस्थान में विधानसभा चुनाव में अब केवल 6 महीने का समय शेष रह गया है, लेकिन राजस्थान कांग्रेस में उथल पुथल सा माहौल नज़र आ रहा है। लंबे समय से अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावती तेवर दिखा रहे पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने आज खुलकर अपनी ही सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान कर दिया है। उन्होंने सरकार को अब फाइनल अल्टीमेटम दे दिया है। पायलट ने सीएम गहलोत के सामने तीन मांगे रखीं और कहा कि अगर ये मांगें नहीं मानी गईं, तो पूरे प्रदेश में हम आंदोलन करना शरू करेंगे।

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राजस्थान में अजमेर से शुरू हुई सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा 5वें दिन जयपुर में समाप्त हुई। इस मौके पर जनसभा को संबोधित करते हुए पायलट ने अपनी ही सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर खुलकर प्रहार किए।

अ​ब तक गांधीवादी तरीका अपना रहे थे- पायलट

पायलट ने कहा, अब तक गांधीवादी तरीके से अपनी बात रख रहे थे। अब बड़ा आंदोलन कर न्याय करवाएंगे। हम लोगों के पास कुछ नहीं है। हम तो पैर में जूता डालकर निकले थे। युवाओं के मुददे पर मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं, चाहे कितना भी दबाव आए या परेशान होना पड़े।

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मुझे किसी सीमा में न बांधें- पायलट

मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधते हुए पायलट ने कहा, हम बिना किसी पद के गाली खाकर संगठन के लिए काम कर रहे हैं और आप सत्ता में बैठकर मलाई खा रहे हो। लेकिन किसी को गलतफहमी नहीं होनी चाहिए और लोग यह सुन लें कि मुझे किसी सीमा में न बांधें, मैं किसी एक धर्म या समाज का नहीं हूं। मैं 36 कौम का बेटा हूं।

पायलट ने सीएम गहलोत के सामने रखी 3 मांगें

  1. राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) को भंग करके इसका पुनर्गठन किया जाए। चेयरमैन और सदस्यों के चयन के लिए नए कानून और मापदंड बने और पारदर्शिता से लोगों का चयन हो। चयन से पहले चेयरमैन और सदस्यों के बैकग्राउंड की जांच की जाए।
  2. पेपर लीक होने से प्रत्येक बच्चे को उसका पूरा मुआवजा मिलना चाहिए।
  3. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के खिलाफ लगाए गए आरोपों की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।

15 दिन का अल्टीमेटम

सचिन पायलट ने आज जनसंघर्ष यात्रा की समाप्ति पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चेतावनी देते हुए कहा कि आज 15 मई है। इस माह की आखिरी तारीख तक यदि यह तीनों मांगें नहीं मानी गई तो प्रदेशव्यापी आंदोलन करूंगा। उन्होंने कहा कि कि गांव-ढाणी, शहरों में बड़ा आंदोलन होगा।

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