प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कहा, यह ऐसा समय है जब देश ने अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं. उन्होंने कहा कि पंचप्रण का संकल्प भारत को उस ऊंचाई पर ले जाएगा, जिसका वह हकदार है. उन्होंने कहा कि बीते वर्ष 15 अगस्त को मैंने लाल किले से देश के सामने ‘पंच प्राणों’ का आह्वान किया था.
‘पंच प्राणों’ का जिक्र
प्रधानमंत्री नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित सिविल सेवा दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने पंच प्राणों का जिक्र करते हुए कहा बीते स्वतंत्रता दिवस पर मैंने लाल किले से देश के सामने ‘पंच प्राणों’ का आह्वान किया था. इसमें “विकसित भारत के निर्माण का विराट लक्ष्य हो, गुलामी की हर सोच से मुक्ति हो, भारत की विरासत पर गर्व की भावना हो, देश की एकता और एकजुटता को निरंतर सशक्त करना हो और अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि रखना हो.” इन पंच प्राणों की प्रेरणा से जो ऊर्जा निकलेगी, वो हमारे देश को वो ऊंचाई देगी, जिसका वो हमेशा से हकदार रहा है.
यह भी पढ़ें- साकेत कोर्ट फायरिंग पर CM केजरीवाल बोले- नहीं संभलती कानून व्यवस्था तो दें इस्तीफा
सिविल सेवा के 15 अधिकारियों को उत्कृष्टता मेडल
पीएम मोदी ने सिविल सेवा के 15 अधिकारियों को लोक प्रशासन में सर्वोच्च मानदंड स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री उत्कृष्टता मेडल से सम्मानित किया. बता दें कि प्रत्येक साल सिविल सेवा दिवस 21 अप्रैल को मनाया जाता है. देश के अलग-अलग हिस्सों में काम कर रहे प्रशासनिक अधिकारियों के काम को सम्मान देने के लिए इस दिन को मनाया जाता है.
हमारे पास समय कम, सामर्थ्य भरपूर- PM
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपको इस कालखंड में देश की सेवा करने का मौका मिल रहा है. आजादी के अमृतकाल में देश की स्वाधीनता सेनानियों के सपनों को पूरा करने का दायित्व हम सभी पर है. हमारे पास समय कम है, लेकिन सामर्थ्य भरपूर है, हमारे लक्ष्य कठिन हैं लेकिन हौसला कम नहीं है, हमें पहाड़ जैसी ऊंचाई भले ही चढ़नी हैं लेकिन इरादे आसमान से भी ज्यादा ऊंचे हैं. पिछले 9 वर्षों में भारत आज जहां पहुंचा है, उसने हमारे देश को बहुत ऊंची छलांग के लिए तैयार कर दिया है.