राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने संतों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि दुनिया के अध्ययन में ये बात सामने आई है कि, सबसे ज्यादा सेवा हमारे संत करते हैं। संघ प्रमुख ने कहा कि सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र, हिंदू संस्कृति है, इसीलिए भारत आने वाले दिनों की महाशक्ति है।

सबमें हम, हममें सब, यह धारणा धर्म है- भागवत

मध्य प्रदेश के जबलपुर में आयोजित ब्रह्मलीन जगतगुरु श्यामादेवाचार्य की द्वितीय पुण्यतिथि के कार्यक्रम में पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भौतिक बल गठन कर मनुष्य सुखी नहीं रह सकता है। सबमें हम, हममें सब, यह धारणा धर्म है। आज भी ऐसी विभूतियां जो इस धर्म का पालन करते हैं। संत देवता का अवतार हैं।

‘संत सेवा नहीं करेंगे, तो हम मनुष्यता से वंचित हो जाएंगे’

भारत वर्ष का हर आदमी, पूरा जीवन उस प्रकार बनाने के लिए प्रयास जरूर करता है। कितना भी गरीब हो, वह कहता है कि वहां जाना है। वहां कुछ काम नहीं आएगा। इसलिए भजन करो। हम में यह भाव है। किसी अन्य देश, धर्म में नहीं। संत सेवा नहीं करेंगे, तो हम मनुष्यता से वंचित हो जाएंगे।

स्वामी श्यामादेवाचार्य की प्रतिमा का अनावरण

शक्ति के कोई काम नहीं, शिव को भी शक्ति चाहिए और ये बात भी सत्य है कि भारत की शक्ति दूसरों को दर्द देने के लिए नहीं शांति प्रदान करने के लिए होगी। संघ प्रमुख ने जबलपुर में शास्त्री ब्रिज स्थित स्वामी श्यामादेवाचार्य की प्रतिमा का अनावरण भी किया। इस दौरान मोहन भागवत नरसिंह मंदिर परिसर में साधु संतों का आशीर्वाद भी लिया।

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