अडानी ग्रुप को लेकर साल 2023 के पहले महीने की 24 तारीख को विदेशी रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई। रिपोर्ट के सामने आते ही भारत में जैसे भूचाल मच गया। रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर फाइनेंशियल फ्रॉड का आरोप लगा, जिसके बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों को मानो बैठे बैठाये मोदी सरकार को घेरने का एक ज्वलंत मुद्दा मिल गया। मुद्दे को लेकर संसद के पूरा बजट सत्र ठप हो गया। विपक्षी दल जेपीसी की मांग पर अड़े रहे, लेकिन सरकार ने उनकी बात नहीं मानी। वहीं अब इस पूरे मामले में प्रमुख विपक्षी दलों में से एक एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार का बयान सामने आया है।

क्या बोले शरद पवार?

दरअसल, हिंडनबर्ग की इसी रिपोर्ट पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार बयान विपक्षी दलों के लिये बड़ा झटका माना जा रहा है। देश के दिग्गज नेताओं में से एक शरद पवार ने इस मामले पर क्या कहा आगे पढ़िये…

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को इतनी महत्ता क्यों?

NCP के प्रमुख शरद पवार ने एक निजी चैनल दिए इंटरव्यू में अडानी समूह के मामले को लेकर कहा, मुझे समझ नहीं आता कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को इतनी महत्ता क्यों दी जा रही है? हमने इनके बारे में कभी नहीं सुना, इनका बैकग्राउंड क्या है। जब हम ऐसे मुद्दे उठाते हैं जो पूरे देश में हंगामा मचाते हैं तो इसकी कीमत देश की अर्थव्यवस्था को चुकानी पड़ती है, हम इन चीजों की अवहेलना नहीं कर सकते। ऐसा लगता है कि टारगेट किया जा रहा है।

सुप्रीम कोर्ट की कमेटी का स्वागत

शरद पवार ने सुप्रीम कोर्ट की बनाई गई कमेटी का स्वागत करते हुए कहा कि इसकी जांच हो रही है, ऐसे में ज्यादा उम्मीद है कि सच सामने आएगा। अदालत के फैसले के बाद जेपीसी जांच का कोई महत्व नहीं रह जाएगा।

JPC की मॉनिटरिंग सरकार करेगी, सच कैसे आएगा?

शरद पवार ने कहा कि जेपीसी कई मुद्दों को लेकर बनाई गई। मुझे याद है कि जेपीसी एक बार कोका कोला के मामले पर बनाई गई जिसका कि मैं चेयरमैन था। ऐसा नहीं है कि पहले जेपीसी नहीं बनाई गई। जेपीसी की मांग गलत नहीं है, लेकिन मांग क्यों की गई? जेपीसी की मांग यह कहने के लिए की गई कि किसी औद्योगिक घराने की जांच होनी चाहिए, उन्होंने आगे कहा कि अडानी समूह के मामले में जेपीसी बनती है तो इसमें मॉनिटरिंग सरकार करेगी तो ऐसे में सच कैसै सामने आएगा।

‘सरकार पर हमला करने के लिए उद्योपतियों का नाम’

शरद पवार ने कहा कि जब हम राजनीति में आए तो हमें सरकार के खिलाफ बोलना होता था। हम तब टाटा-बिड़ला के नाम का इस्तेमाल करते थे। हम इनके योगदान को समझते थे, लेकिन फिर भी हम इनके खिलाफ बोलते थे। आज टाटा-बिड़ला का नहीं अंबानी-अडानी का नाम चल रहा है। इसलिए जब सरकार पर हमला करना होता है तो विपभ अडानी-अंबानी का नाम लेता है। पवार ने कहा कि कुछ गलत किया है तो आपको बोलने का अधिकार है, लेकिन बिना वजह हमला करना मेरी समझ से बाहर है।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

NCP प्रमुख के बयान पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि यह उनके अपने विचार हो सकते हैं। जयराम रमेश ने कहा, इस मामले में 19 विपक्षी दल एकजुट हैं। हम सभी इस पूरे मामले को बेहद गंभीर मानते हैं। साथ ही उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के खिलाफ एनसीपी सहित 20 विपक्षी दल एक साथ हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here