कूनो पार्क में अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस मनाया गया, इस अवसर पर बाड़े में कैद 2 नर चीतों को जंगल में छोड़ा गया, इस दौरान कूनो प्रबंधन ने अग्नि-वायु को खुले जंगल में छोड़ दिया, जिसके बाद से चीते खुले में आजादी के साथ और तेज रफ्तार में भाग सकेंगे और मन पसंद शिकार भी कर सकेंगे, साथ ही पर्यटकों अब चीतों का दीदार भी कर सकेंगे।
दरअसल वन्य जीवों से संबंधित विशेषज्ञों ने जंगल में जाकर उनका, भोजन और सुरक्षा समेत कई मुद्दों पर चर्चा की, जिसके बाद से चीतों को छोड़ने का फैसला लिया गया ।
कूनो नेशनल पार्क के DFO आर. थिरुकुराल ने प्रेस नोट जारी किया और उसी की माध्यम से इसकी जानकारी दी, इस दौरान बताया गया की सभी चीतें पूरी तरह से स्वस्थ हैं.।
जानकारी के मुताबिक कूनो पार्क के बाड़े में अब तक कुल 24 चीते थे, इनमें से दो चीतों को खुले जंगल में छोड़ दिया गया, जिसमें 12 वयस्क और 12 शावक भी शामिल हैं, हालांकि दो चीतों को छोड़ने के बाद बाडे में अब कुल 22 चीते हैं, इन्हें भी कूनो प्रबंधन की तरफ से एक-एक कर छोड़ा जाएगा।
आपको बतादें कि चीतों को खुले में छोड़ने का निर्णय स्टीयरिंग कमेटी करती है, जिसके बाद इस तरह का फैसला लिया जाता है।
अब तक कूनो पार्क में 12 शावकों का हुआ जन्म
दरअसल कूनो नेशनल पार्क में अब तक 12 शावक ने जन्म लिया है, जो दो साल में वयस्क हो जाएंगे, वहीं यहां जन्मी पहली मादा चीता अब 20 महीने की हो गई है, इसी साल यानी जनवरी 2024 में आशा और ज्वाला ने 7 शावकों को जन्मा था, जो अगले मीहने पूरे एक साल के हो जाएंगे। हालांकि चीतों को बाड़े से जंगल में छोड़े जाने पर पर्यटकों में चीतों को दीदार करने की उम्मीद भी जाग रही है।
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