खालिस्तानी समर्थक व ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख अमृतपाल सिंह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस और NIA की टीमें उसे खोजने के लिए तमाम जगह छापेमारी कर रही हैं. इस मामले में पंजाब पुलिस ने जानकारी दी है कि अभी तक 353 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से 197 को छोड़ दिया गया है. वहीं 40 बड़े अपराधियों को इसमें गिरफ्तार किया है. 7 को NSA के तहत डिटेन किया गया है.
श्री अकाल तख्त साहिब ने सरेंडर करने को कहा
इस बीच श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भगोड़े अमृतपाल को एक स्पेशल मैसेज दिया है. उन्होंने अमृतपाल को पुलिस के सामने सरेंडर करने और जांच में सहयोग करने की सलाह दी है. अकाल तख्त के जत्थेदार ने पुलिस पर भी सवाल उठाया और पूछा है कि अभी तक अमृतपाल को गिरफ्तार क्यों नहीं कर पाए?
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27 मार्च को अहम बैठक
श्री अकाल तख्त साहिब अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि ‘अगर अमृतपाल सिंह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, तो पुलिस को इस बात का खुलासा कर देना चाहिए.’ वहीं जत्थेदार ने पंजाब की स्थिति पर चर्चा करने के लिए लगभग 60 से 70 सिख संगठनों और निहंग संगठनों की एक विशेष सभा भी बुलाई है. बताया जा रहा है कि किसी भी राजनीतिक दल के प्रतिनिधि को इसमें आमंत्रित नहीं किया गया है. इस बैठक की अध्यक्षता श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह करेंगे.
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DGP ने जारी किये निर्देश
इस मामले में पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने अमृतपाल सिंह के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में दिशा निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने सभी जिलों के SP को निर्देश देते हुए कहा कि किसी को भी मामले से जोड़कर को बेवजह परेशान न किया जाए. पंजाब पुलिस उन लोगों को रिहा कर रही है जिन पर अमृतपाल सिंह से जुड़े होने के मामूली से संकेत मिले थे. पंजाब सरकार के निर्देश पर पुलिस ने इस मामले में लोगों को बेवजह न फंसाने को लेकर निर्देश जारी किए हैं.