देश की राजनीति में अपने बयान को लेकर चर्चा में आए जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को CBI ने तलब कर लिया है. CBI का ये समन जम्मू कश्मीर में उनके राज्यपाल रहते हुए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश के मामले में जारी किया गया है. अब इन सबके बीच राजनीति भी तेज हो गई है. कांग्रेस का आरोप है कि उन्होंने पुलवामा हमले को लेकर सवाल खड़े किए इसलिए उन्हें समन भेजा गया. वहीं, अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इन आरोपों पर पलटवार किया है.
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गवर्नर रहते हुए क्यों चुप रहे मलिक- शाह
इंडिया टुडे के विशेष कार्यक्रम में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सत्यपाल मलिक को बीजेपी से अलग होने के बाद ही ये सारी बातें क्यों याद आने लगीं. उनकी आत्मा उस वक्त क्यों नहीं जागी जब वह सत्ता में बैठे थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया जिसे छिपाना पड़े. गृहमंत्री ने कहा, सत्यपाल मलिक की बात सही है तो वे गवर्नर रहते हुए चुप क्यों रहे? सत्यपाल मलिक को गवर्नर रहते हुए ही इस विषय पर बोलना चाहिए था.
सत्यपाल मलिक ने क्या बयान दिया?
दरअसल, सत्यपाल मलिक ने आरोप लगाया था कि केंद्र के “ढुलमुल रवैये” के कारण पुलवामा त्रासदी हुई, क्योंकि सेना को केंद्र सरकार की तरफ से सैनिकों की हवाई आवाजाही से वंचित कर दिया गया था. अब कांग्रेस का आरोप है कि इसी बयान की वजह से उन्हें तलब किया गया. कांग्रेस और आप नेताओं ने भी इस मामले में केंद्र सरकार को घेरा है.