1- प्रश्न- शंघाई सहयोग संगठन का फुल नाम क्या है ?

उत्तर- Shanghai Cooperation Organization (SCO) यानी क्षेत्रीय बहुपक्षीय संगठन

2- प्रश्न- शंघाई सहयोग संगठन यानी SCO क्या है ?

उत्तर- यह राजनीतिक, सुरक्षा सहयोग और आर्थिक, विकास, सेना के मुद्दों पर केंद्रित संगठन है, बतादें कि इसकी शुरुआत 1996 में  रूस, चीन, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और किर्गिस्तान के नेताओं की तरफ से शंघाई फाइव के रूप में हुई थी यानी इसे ‘शंघाई-फ़ाइव’ के नाम से भी जाना जाता था, बतादें कि शंघाई की बैठक में इसका गठन किया गया था।

3- प्रश्न- शंघाई सहयोग संगठन का उद्देश्य क्या है ?

उत्तर- क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करना, देश की सीमाओं और आतंकवाद के मुद्दों का हल करना,सेवाओं और तकनीक का आदान-प्रदान करना, क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना, किसी देश में कोई समस्या हुई तो ये सभी सदस्य देश मिलकर हल निकालेंगे, इस संगठन का मुख्य उद्देश्य है।

4- प्रश्न- किस देश ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन 2022 की मेजबान की ?

उत्तर- उज्बेकिस्तान

5- प्रश्न- उज्बेकिस्तान के किस शहर मे शिखर सम्मेलन का हुआ आयोजन ?

उत्तर- समरकंद शहर

6- प्रश्न-  SCO का गठन कब हुआ ?

उत्तर- (SCO SUMMIT) क्षेत्रीय बहुपक्षीय संगठन का गठन 15 जून 2001 में ।

7- प्रश्न- SCO में शामिल सदस्य देश कौन से हैं ?

उत्तर- इस संगठन में 8 सदस्य देश शामिल हैं, रूस, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान । इस संगठन में 4 ऑब्जर्वर देश है- अफगानिस्तान, बेलारूस, मंगोलिया और ईरान, जबकि ईरान को सदस्य बनाने की प्रक्रिया 2021 में शुरू हो गई है।

 

8- प्रश्न- भारत SCO का सदस्य कब बना ?

उत्तर- 2017 में भारत, पाकिस्तान इसके सदस्य बने

9- प्रश्न- SCO मुख्यालय कहा है ?

उत्तर- चीन की राजधानी बीजिंग

10- प्रश्न- 2023 के संघाई शिखर समिट (SCO) में कौन देश करेगा मेजबानी ?

उत्तर- 2023 के संघाई शिखर सम्मेलन की भारत करेगा मेजबानी ।

बतादें कि 15 सितंबर 2022 को उज्बेकिस्तान में संघाई शिखर सम्मेलन (SCO SUMMIT) हुआ, जिसमें 8 देशों के सदस्य शामिल हुए, भारत की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहे, इस सम्मेलन के बाद पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ईरानी के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव और तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें कीं।

 

 

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