दिल्ली के चर्चित आबकारी केस मे सीबीआई जांच का सामना कर रहे मनीष सिसोदिया इस वक्त तिहाड़ जेल में बंद हैं। उनको जेल नंबर एक में रखा गया है। लेकिन इस पर दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है। आम आदमी पार्टी ने सिसोदिया को जेल नंबर एक में रखे जाने पर सवाल खड़े कर दिये हैं। आप ने आरोप लगाया है कि बीजेपी हमारी पार्टी के नेताओं के खिलाफ राजनीतिक साजिश कर रही है।
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जेल नंबर एक पर आपत्ति
सिसोदिया को जहां जेल नंबर 1 में रखा गया है, वहीं आप के सत्येंद्र जैन को तिहाड़ की जेल नंबर 7 में रखा गया है. जेल नंबर 1 तिहाड़ परिसर में सबसे पुरानी है. आप प्रवक्ता ने कहा है कि जेल नंबर 1 के वार्ड नंबर 9 में कुछ खूंखार अपराधियों के साथ पड़ोसी के रूप में बंद हैं.आप नेता संजय सिंह ने पूछा कि जब कोर्ट का आदेश है कि उन्हें विपासना सेल में रखा जाए तो कोर्ट के आदेश का पालन क्यों नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि पहली बार आए किसी भी कैदी को जेल नंबर एक में नहीं रखा जाता है।
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मनीष सिसोदिया की हत्या का डर
बुधवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कथित आप नेता संजय सिंह ने कहा, ‘आज होली के पावन पर्व पर बीजेपी की दुश्मनी आप से इस कदर बढ़ गई है कि शिक्षा का मॉडल देने वाले मनीष सिसोदिया को जेल में ऐसे खूंखार अपराधियों के बीच रखा गया है कि उनकी हत्या का डर है।
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‘चार्जशीट में सिसोदिया का नाम तक नहीं है’
संजय सिंह ने कहा, ‘पहले हमारे स्वास्थ्य मंत्री और अब हमारे शिक्षा मंत्री को सलाखों के पीछे डाल दिया गया है. CBI ने लगातार छापेमारी की लेकिन कुछ नहीं मिला. चार्जशीट में सिसोदिया का नाम तक नहीं है, फिर भी उन्हें मुख्य साजिशकर्ता के रूप में नामित किया गया है.।
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आप ने दी चेतावनी
आप नेता ने कहा, ‘मैं जेल अधिकारियों को भी चेतावनी देना चाहता हूं कि वे बीजेपी की साजिश में न फंसें. जेल में कई हत्याएं हुई हैं, इसलिए हमें उनकी हत्या की आशंका है.’
केंद्र सरकार से सवाल
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘कोर्ट के आदेश से मनीष सिसोदिया को विपासना सेल में रखा जाना था, लेकिन उन्हें इतने खतरनाक अपराधियों के साथ क्यों रखा जा रहा है. आज हमारे बीच मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन नहीं हैं लेकिन हमें ज्यादा चिंता इस बात की है कि क्या केंद्र सरकार राजनीतिक हत्याओं की साजिश रचेगी।
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क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को शराब नीति घोटाले 25 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट ने पांच दिनों के लिए CBI की हिरासत में भेज दिया था। इसके बाद उन्हें शनिवार को अदालत में दोबारा पेश किया गया था, विशेष न्यायाधीश एम.के नागपाल ने केंद्रीय एजेंसी को दो और दिनों के लिए अपनी रिमांड पर भेजा था। वहीं, अदालत ने सिसोदिया द्वारा दायर जमानत पर CBI को नोटिस भी जारी किया। सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई 10 मार्च को होगी।
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सुप्रीम कोर्ट में मिली थी निराशा
दरअसल, राउज एवेन्यू कोर्ट से रिमांड मिलने के बाद मनीष सिसोदिया ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। लेकिन सर्वोच्च अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट मेंचुनौती दी थी।लेकिन उनकी अपील पर सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाते हुए कहा कि उन्हें पहले दिल्ली हाईकोर्ट जाना चाहिए था। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की बेंच ने मामले की सुनवाई की थी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर आम आदमी पार्टी ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं और हम हाईकोर्ट जाएंगे।
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