राज्यसभा सांसद जया बच्चन अपने गुस्से को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। संसद से लेकर सड़क तक उनके गुस्से को सबने देखा है। इसी कड़ी में आज एक बार फिर संसद में जया बच्चन खफा हो गईं। असल में जया बच्चन सदन में नाटू-नाटू को ऑस्कर अवार्ड मिलने पर बधाई दे रही थीं।
संसद में ऑस्कर की बधाई
दरअसल, ऑस्कर अवॉर्ड समारोह में फिल्म RRR के गाने नाटू-नाटू ने इतिहास रच दिया है। गाने को ओरिजनल सॉन्ग कैटेगरी में ऑस्कर अवॉर्ड मिला है। वहीं डॉक्यूमेंट्री द एलिफेंट व्हिस्परर्स ने भी ऑस्कर अपने नाम किया। मंगलवार को राज्यसभा में भी ऑस्कर जीतने के लिए बधाई दी गई। सभापति समेत सदन में मौजूद नेताओं ने इस ऑस्कर अवॉर्ड जीतने को भारत का प्राउड मोमेंट बताया। इस दौरान एक ऐसा वाकया घटा जिसने सबकी तरफ ध्यान खींचा।
बीच में टोकना बीमारी बन गयी है- जया
नाटू-नाटू और डॉक्यूमेंट्री ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ को ऑस्कर की बधाई देते हुए जया बच्चन ने कहा कि सिनेमा का बाजार अब भारत में है यूएस में नहीं। वह बोल रही थी तभी उन्हे वहां मौजूद सांसद ने बीच में टोकना शुरू कर दिया, जिससे जया नाराज हो गईं। उन्होंने कहा कि अरे नीरज क्या-क्या बीच-बीच में…और इतना कहते ही वह रुक गईं। जया ने कहा कि ये बीच में टोकने की आजकल बीमारी होती जा रही है। उन्होंने सांसद से नाराजगी जताते हुए कहा कि जब कोई सभ्य बात कर रहा हो तो असभ्यता नहीं दिखानी चाहिए। इस दौरान स्थिति को संभालते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सांसद को चुप कराया।
आपकी बुलंद आवाज़ से हम वाकिफ़ हैं- सभापति
जया ने जैसे ही सांसद पर नाराजगी जताते हुए कहा कि आवाज हमारे पास भी है, सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें शांत कराने के लिए कहा कि मैडम आपकी आवाज नहीं, बुलंद आवाज है और हम इसे जानते हैं। इसके बाद जया बच्चन ने सभापति का धन्यावाद जताया।