बांग्लादेश में ‘मोका’ का खतरा बढ़ गया है, यह आज दस्तक दे सकता है.. इसको लेकर वहां की सरकार अलर्ट मोड पर है, इसे सबसे शक्तिशाली चक्रवात माना जा रहा है, उत्तर-उत्तरी-पश्चिम की तरफ से हवाओं की रफ्तार तेज हो गई है, इस चक्रवात से 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, इससे रोहिंग्या शरणार्थियों के शिविर पर भी खतरा मंडरा रहा है…शनिवार को करीब 5 लाख शरणार्थियों को दक्षिण-पूर्वी समुद्री तट से सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है…।
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मोका चक्रवात से 12 फूट ऊंची लहरें उठने की आशंका है, उत्तरी म्यांमार कुछ निचले इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन की संभावना है…।
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चक्रवात मोका से निपटने के लिए बांग्लादेश सरकार अलर्ट पर है….सरकार परिस्थितियों से निपटने के लिए हर संभव प्रयास की तैयारी कर रही है.. देश में 55 आश्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं, जबकि 30 हजार रोहिंग्या शरणार्थियों को सुरक्षित बाहर पहुंचाया गया है…आपकों बता दें कि शनिवार को बांग्लादेश सरकार ने दक्षिण-पूर्वी समुद्र तट से लाखों लोगों को हटाने को को कहा है…चटगांव-बंदरगाह अलर्ट पर है…. रविवार को होने वाली कई परीक्षाएं रद्द कर दी गई है…मोचा का असर भारत के कुछ हिस्सों में भी पड़ेगा…इससे मणिपुर, नगालैंड और दक्षिण असम में बारिश के आशंका हैं…।
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